Monday, October 31, 2011

शाहरूख की बेटी को गागा ने दिया उपहार


पॉप सिंगर लेडी गागा का दौरा अभिनेता शाहरुख खान के लिए खास रहा क्योंकि इस पॉप गायिका ने शाहरुख की बेटी को अपना धूप का चश्मा गिफ्ट में दिया। वैसे शाहरुख पहले ही बता चुके हैं कि उनकी 11 वर्षीय बेटी सुहाना गागा का संगीत और उनकी प्रशंसक है। अब उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि लेडी गागा ने मेरी बेटी के लिए मुझे अपना चश्मा दिया। इस चश्में के उपहार से सुहाना तो खुश हैं ही साथ में शाहरूख भी खुश नजर आ रहे हैं। 

अभिनेता शाहरूख खान और पॉप सिंगर गागा की मुलाकात एफ1 रेस के बाद शुरू की गई पार्टी में हुई थी। जहां दोनों ने आपस में ढेर सारी बातें साझा की।यही नहीं पार्टी में पॉप सिंगर गागा के बालों को तिरंगे के रंग में रंगा देखा गया। जो गागा की खूबसूरती को चार-चांद लगा रहा था। 

Saturday, October 29, 2011

गौतम-नताशा ने लिए सात जन्मों के सात फेरे


टीम इंडिया के खब्बू बल्लेबाज गौतम गंभीर जिनके बल्ले से टीम इंडिया की जीत के लिए कई महत्वपूर्ण पारी निकली हैं उनका विवाह शुक्रवार देर शाम गुड़गांव की बाला नताशा जैन के साथ संपन्न हुआ। वेस्ट एंड ग्रींस गार्डन में आयोजित शादी समारोह में दोनों ने सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प लिया। 

प्रिंस सूट पहने गंभीर क्रिकेट मैदान की तरह विवाह स्थल पर भी गंभीर दिख रहे थे। पिंक लहंगा चुनरी में खूबसूरत लग रही नताशा हंसकर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं। गंभीर की शादी में मेहमानों का आना शाम चार बजे से ही शुरू हो गया था, शाम छह बजे शादी के कार्यक्रम शुरू हुए जो रात्रि नौ बजे तक चले। फेरे लेने के बाद दूल्हा-दुल्हन मीडिया के सामने आए। उसके बाद प्रीतिभोज शुरू हुआ। इस दौरान बाराती व घराती दोनों ने आतिशबाजी का मजा लिया। नताशा गुड़गांव के सिविल लाइंस निवासी उद्योगपति रवींद्र जैन की बेटी हैं।

क्रिकेटर गौतम गंभीर के राजेंद्र नगर स्थित निवास पर शुक्रवार को बधाई देने वाले रिश्तेदारों का तांता लगा रहा, जबकि आम आदमी देर शाम तक गौतम की एक झलक भी नहीं पा सका। इससे पहले गुरुवार की रात को गौतम गंभीर ने परिवार के सदस्यों के साथ घर में जमकर भांगड़ा किया। विवाह की पूर्व रात्रि पर दस ढोल वाले बुलाए गए थे। इन्होंने रात दस बजे से शुक्रवार तड़के पांच बजे तक ढोल बजाया। इसकी थाप पर गौतम के अलावा उनके परिवार के सदस्य जमकर थिरके। गौतम के घर पर समस्त कार्य उनके मामा और नजदीकी दोस्त ही कर रहे थे। 

इस दौरान गौतम की बहन एकता अपनी सहेली के साथ घर के बाहर खड़े होकर आने वाली महिलाओं का स्वागत कर रही थीं। गौतम शुक्रवार को शाम पांच बजे अपने निवास से फूलों से सजी बीएमडब्ल्यू गाड़ी में बैठकर दिल्ली रोड, गुड़गांव स्थित वेस्टर्न ग्रीन फॉर्म हाउस पहुंचे।

Thursday, October 27, 2011

नैन में बसा नैनीताल

प्रकृति ने धरती पर हर जगह अपनी खूबसूरती की छठा बिखेरी है कहीं वन कहीं झरने तो कहीं आसमां को छूती पर्वतों की चोटियां कहीं ताल तो कहीं पहाड़ो से निकलती मीठे-मीठे पानी की नदियां। जिसको देख मन को बड़ा सुकून मिलता है। 

अगर आपका मन ऐसा ही नजारा देखने को कर रहा है तो आप भारत के उत्तराखंड में स्थित हिल स्टेशन ‘नैनीताल’ के रोमांच का मज़ा उठा सकते हैं। यहां आपको गगनचुंभी पर्वतों की चोटियां, झरने, नदियां, बांध, जंगल, म्यूज़ियम आदि देखने को मिलेंगे जो अपने आप में एक उत्कृष्ट प्रकृति की कलाकृति है। जिसे देख आप अपने दिमाग में चल रही हजारों परेशानियों से दूर होकर यहां के मौसम और रोमांच का मज़ा उठा सकते हैं। 

यहां पर पर्वतों की चोटियां आपको यह सोचने पर मजबूर कर देंगी कि इस तरह की कारीगरी प्रकृति ने कैसे की होगी कैसे इन झरनों का पानी इतना शीतल और स्वच्छ है ? यहां के वातावरण देख दिल-दिमाग को असीम शांति प्राप्त होती है। यहां के ताल अपने अंदर बड़ी खूबसूरती लिए हुए हैं जोकि प्रर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन तालों की सुंदरता लाजवाब है। 

यहां अनेकों ताल हैं इनमें से एक भीम ताल है जो यहां की खूबसूरती को चार-चांद लगाता है। ताल पर प्रर्यटकों की भारी भीड़ को देखा जा सकता है। जो यहां के वातावरण को और भी खूबसूरत बनाता है। 

सही मायनों में कहा जाए तो आपके तन-मन और आत्मा को गदगद कर देने वाले नैनीताल के नज़ारे आपको हमेशा अपने खुशनुमा वातावरण और यहां की खूबसूरती की याद दिलाते रहेंगे और हमेशा आपके स्वागत के लिए तैयार रहेंगे।

Wednesday, October 26, 2011

अंग्रेजों के खिलाफ टीम इंडिया का शानदार क्लीन स्वीप


फिर से भारतीय शेरों ने दहाड़ मारी और इंग्लैंड को अपनी सरजमीं पर 5-0 से मात देकर सीरीज पर क्लीन स्वीप किया। भारतीय क्रिकेट टीम ने ईडन गार्डन्स पर मंगलवार को इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम वनडे में 95 रन से हराकर सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप करके देश को दिवाली का शानदार तोहफा दिया। 

भारत की इस जीत के नायक कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और बाएं हाथ के स्पिनर रविंदर जडेजा रहे। धोनी ने पहले नाबाद 75 रन की जांबाज पारी खेली जिससे भारत ने आठ विकेट पर 271 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। इसके बाद जडेजा ने 33 रन देकर चार विकेट और आर अश्विन ने 28 रन देकर तीन विकेट लिए जिससे भारत ने इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया और उसकी पूरी टीम 37 ओवर में 176 रन पर ढेर कर दी।

इस तरह से भारत लगातार दूसरी बार इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर वनडे सीरीज क्लीन स्वीप करने में सफल रहा। इससे पहले उसने 2008 में भी इंग्लैंड को 5-0 से हराया था। इस जीत से भारतीय टीम ने हाल में इंग्लैंड दौरे में टेस्ट, वनडे और ट्वेंटी20 में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया।
भारत के लिए हालांकि यह मैच उतार-चढ़ाव वाला रहा। पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर उसने बीच में अजिंक्या रहाणे (42), गौतम गंभीर (38) और विराट कोहली के विकेट दस गेंद के अंदर गंवा दिए। धौनी ने ऐसे में 69 गेंद पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से कप्तानी पारी खेली। इस बीच उन्हें सुरेश रैना (38) से ही कुछ अच्छा सहयोग मिला।

बाद में क्रेग कीसवेटर (63) और कप्तान एलिस्टेयर कुक (60) ने पहले विकेट के लिए 129 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन इसके बाद उसकी टीम ने स्पिन आक्रमण के सामने 47 रन के अंदर सभी दस विकेट गंवा दिए। कीसवेटर और कुक जिस तरह से रणनीतिक शुरुआत की उससे एकबारगी लगने लगा था कि इंग्लैंड इस सीरीज में हार का क्रम तोड़ने में सफल रहेगा। उसके 20.1 ओवर में 129 रन बन चुके थे और अब उसे लगभग 30 ओवर में 143 रन चाहिए थे।

लेकिन यहीं पर मैच में ऐसा नाटकीय बदलाव आया जिस पर ईडन गार्डन्स और कोलकाता में ही नहीं पूरे भारत भर में पटाखे फूटने लगे। ऐसा लग रहा था इंग्लैंड के बल्लेबाज तो केवल अपना विकेट गंवाने के लिए क्रीज पर उतर रहे हैं। हर विकेट पर कम दर्शकों के बावजूद ईडन गार्डन्स पर शोर का डेसीबल सैकड़ों में पहुंच जाता और बाहर पटाखे फूटने लगते। शुरुआत कप्तान कुक से हुई। वरुण आरोन की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गई। कुक ने 64 गेंद खेली तथा नौ चौके और एक छक्का लगाया। अगले ओवर में जडेजा ने कीसवेटर को पगबाधा आउट करके पहला विकेट लिया। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 61 गेंद खेली और आठ चौके जड़े। 

इसके बाद तो विकेटों का पतझड़ लग गया। स्पिनरों ने ऐसे फुलझड़ियां छोड़ी कि अंग्रेजों के पास उनका कोई जवाब ही नहीं था। इंग्लैंड की तरफ से सलामी जोड़ी के अलावा केवल दो अन्य बल्लेबाज समित पटेल (18) और ग्रीम स्वान (10) ही दोहरे अंक में पहुंचे। इससे पहले रहाणे और गंभीर ने बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले भारत को 17 ओवर में 80 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। इन दोनों ने शुरू से ही क्रीज पर पांव जमाने को तरजीह दी। गंभीर को इस बीच 25 रन के निजी योग पर जीवनदान भी मिला। उन्हें इसका अधिक फायदा नहीं मिला और 18वें ओवर में फिन की गेंद को कट के प्रयास में वह उसे अपने विकेट पर मार गए।

फिन ने इसी ओवर में भारत को दूसरा बड़ा झटका दिया। बेहतरीन फार्म में चल रहे कोहली खाता खोले बिना बोल्ड हो गए। कोहली ने आफ स्टंप से थोड़ा बाहर की गेंद छोड़ दी जो तेजी से अंदर आकर उनकी गिल्लियां बिखेर गई। अगले ओवर में ब्रेसनन की गेंद रहाणे के बल्ले को चूमती हुई कीसवेटर के दस्तानों में चली गई। अचानक ही भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 80 रन से तीन विकेट पर 80 रन हो गया।

अब दो नए बल्लेबाज मनोज तिवारी (24) और रैना क्रीज पर थे। फिन ने रैना को आते ही पवेलियन भेज दिया होता यदि दूसरी स्लिप में स्वान ने उनका आसान कैच नहीं टपकाया होता। फिन के इस ओवर में दो चौके पड़े। पार्थिव पटेल की जगह टीम में लिए गए तिवारी ने इसके बाद स्टुअर्ट मीकर पर लगातार दो चौके जमाए लेकिन आखिर में इसी गेंदबाज ने उन्हें विकेट के पीछे कैच करा दिया। 

रैना और धौनी की बेहतरीन तालमेल रखने वाली जोड़ी ने 57 गेंद पर 39 रन की साझेदारी निभाई। रैना के रन आउट होने से यह साझेदारी टूटी। भारत बल्लेबाजी पावरप्ले में केवल 28 रन जोड़ पाया। धोनी ने इसके बाद स्वान पर दो छक्के जड़कर आधे भरे ईडन गार्डन्स में दर्शकों को रोमांचित किया। जडेजा (21) और अश्विन (7) हालांकि उनका अधिक साथ नहीं दे पाए। इन दोनों को बाएं हाथ के स्पिनर समित पटेल ने आउट किया। भारत ने धोनी के दो और प्रवीण कुमार (16) के एक छक्के की बदौलत अंतिम दो ओवर में 39 रन बनाए। इंग्लैंड की तरफ से बाएं हाथ के स्पिनर समित पटेल ने 57 रन देकर तीन विकेट और तेज गेंदबाज स्टीवन फिन ने 47 रन देकर दो विकेट लिए।

Sunday, October 23, 2011

3-0 से टीम इंडिया की शानदार जीत


अंग्रेजों को दिखाया टीम इंडिया ने दम, ये नहीं इंग्लैंड यहां के मैच विनर हैं हम 
टीम इंडिया के उज्जवल सितारे आजिंक्य रहाणे (91) की शानदार बल्लेबाजी के बाद कप्तान धोनी (35) और रविंद्र जडेजा (26) की अंतिम ओवरों में की गई 65 रनों की शानदार साझेदारी की बदौलत भारत ने तीसरे वनडे मैच में इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया और इंग्लैंड में मिली करारी हार का बदला भी चुकता किया। 

केवल नौ रन से शतक से चूकने वाले रहाणे ने पार्थिव पटेल (38) के साथ 79 रनों के बाद गौतम गंभीर (58) के साथ 111 रनों की शतकीय साझेदारी की। इसके बाद धोनी ने निर्णायक मोड़ पर जडेजा के साथ 65 रनों की नाबाद साझेदारी कर चार गेंद शेष रहते 49.2 ओवर में टीम इंडिया के लिए पांच विकेट खोकर 300 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। धोनी ने 50वें ओवर में टिम ब्रेसनन की लगातार दो गेंदों पर चौका लगाकर सीरीज पर मुहर लगा दी। इससे पूर्व लगातार जोनाथन ट्रॉट (नाबाद 98, 116 गेंद, 8 चौका) के अलावा समित पटेल (नाबाद 70, 43 गेंद, 7 चौका व 2 छक्का) और केविन पीटरसन (64 रन, 61 गेंद) ने भी अर्धशतक ठोका जिससे इंग्लैंड 50 ओवर में चार विकेट पर 298 रन बनाने में सफल रहा। ट्रॉट ने पीटरसन के साथ 101 रनों और पटेल के साथ 103 रनों की अविजित साझेदारी भी निभाई। भारत की तरफ से प्रवीण, विनय, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया। पांच मैचों की सीरीज में भारत की मेहमान टीम पर 3-0 की अजेय बढ़त हो गई है।

चुनौतीपूर्ण लक्ष्य के जवाब में भारत को सलामी बल्लेबाजों पटेल और रहाणे ने सधी हुई शुरुआत दी। दोनों ने लगभग पांच रन प्रति ओवर के हिसाब से रन बनाते हुए पहले विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी की। पटेल ने 46 गेंदों में तीन चौके की मदद से 38 रन बनाए। पटेल ब्रेसनन की गेंद पर पगबाधा हो गए। इसके बाद गंभीर ने चौके से अपनी पारी की शुरुआत की। इस बीच रहाणे ने 59 गेंदों में करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया। गंभीर ने भी सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए 31वें ओवर में ग्रीम स्वान की चौथी गेंद पर छक्का जमाकर सीरीज में अपना लगातार दूसरा पचासा पूरा किया। दोनों ने आराम से खेलते हुए दूसरे विकेट के लिए 111 रनों की साझेदारी की। 

इस बीच स्टीवन फिन ने एक धीमी गेंद पर गंभीर को कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। गंभीर ने 60 गेंदों में तीन चौके व एक छक्के की मदद से 58 रन बनाए। दूसरे छोर पर शतक की ओर बढ़ रहे रहाणे भी अपना संयम खो बैठे और फिन की गेंद पर एलिस्टर कुक को कैच थमा बैठे। वह अपने पहले शतक से महज नौ से चूक गए। इन दो सफलताओं से इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। भारत ने बैटिंग पावरप्ले में रहाणे के अलावा सुरेश रैना का विकेट खो दिया। रैना खाता भी नहीं खोल सके। 

दूसरे छोर पर पिछले मैच में शतक जमाने वाले विराट कोहली (35) ने 30 गेंदों में पांच चौके के साथ स्कोरबोर्ड चलायमान रखा। कोहली को स्वान ने पगबाधा आउट किया। इसके बाद कप्तान धोनी (35 रन, 31 गेंद, 3 चौका) और रविंद्र जडेजा (26 रन, 24 गेंद, 2 चौका) ने शेष लक्ष्य का पीछा करते हुए छठवें विकेट के लिए 7.4 ओवर में 65 रनों की अविजित साझेदारी कर रोमांचक मैच में शानदार जीत दिला दी। पिछले महीने भारत को इंग्लैंड में टेस्ट के अलावा वनडे और ट्वंटी-20 क्रिकेट में करारी हार मिली थी।

इससे पूर्व टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही जब कप्तान एलिस्टेयर कुक (3) चौथे ओवर में ही तेज गेंदबाज आर विनय कुमार की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। वह दिल्ली में दूसरे वनडे मैच में खाता भी नहीं खोल पाए थे। दूसरे ओपनर क्रेग कीस्वेटर (36) और ट्रॉट ने इसके बाद पारी को संभाला। कीस्वेटर ने प्रवीण कुमार और विनय पर चौके जड़े के बाद इन दोनों की गेंदों को छह-छह रन के लिए भी भेजा। कामचलाऊ गेंदबाज विराट कोहली ने कीस्वेटर को बोल्ड करके इंग्लैंड को दूसरा झटका दिया। कोहली की फुल लेंथ गेंद कीस्वेटर के बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गई। इस समय टीम का स्कोर दो विकेट पर 53 रन था। ट्रॉट और पीटरसन ने इसके बाद इंग्लैंड को मजबूत स्कोर की ओर बढ़ाया। पीटरसन ने कोहली पर चौका जड़कर अपने तेवर दिखाए जबकि ट्रॉट ने भी इस गेंदबाज के ओवर में दो चौके मारे। भारत ने 16वें ओवर में गेंदबाजी पावरप्ले लिया और इंग्लैंड ने इन पांच ओवर में बिना विकेट खोए 35 रन जोड़ लिए। पीटरसन ने इस दौरान प्रवीण पर चार चौके मारे और इंग्लैंड का स्कोर 19वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया।

पीटरसन ने रविंद्र जडेजा की गेंद को डीप बैकवर्ड प्वाइंट के बीच से चार रन के लिए भेजकर 48 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। दो मार्च को बेंगलूर में आयरलैंड के खिलाफ 59 रन की पारी के बाद यह उनका पहला अर्धशतक है। जडेजा ने हालांकि अपने अगले ओवर में पीटरसन को पगबाधा आउट कर दिया। उन्होंने 61 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे। रवि बोपारा (24)भी इसी ओवर में भाग्यशाली रहे जब गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में खड़े पार्थिव पटेल के करीब से चार रन के लिए चली गई। भारत ने इसके बाद कसी हुई गेंदबाजी की। इंग्लैंड ने 36वें ओवर में बल्लेबाजी पावर प्ले लिया। बोपारा और ट्रॉट ने विनय पर चौके जड़े लेकिन प्रवीण ने बोपारा को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ दिया। ट्रॉट ने इसके बाद समित के साथ मेहमान टीम का स्कोर 300 रन के करीब पहुंचाया। समित ने विनय पर लगातार दो चौके जड़ने के अलावा उमेश यादव पर भी दो चौके मारे। उन्होंने विनय की गेंद को लांग लेग क्षेत्र में छह रन के लिए भेजा और फिर इसी गेंदबाज की गेंद पर दो रन के साथ सिर्फ 36 गेंद में करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने यादव के इसी ओवर की अंतिम दो गेंद पर चौके भी जड़े जबकि विनय की पारी की अंतिम गेंद को छह रन के लिए भेजा। इंग्लैंड ने अंतिम 10 ओवर में 91 रन जोड़े जबकि इस दौरान एक भी विकेट नहीं गंवाया।