Sunday, October 23, 2011

3-0 से टीम इंडिया की शानदार जीत


अंग्रेजों को दिखाया टीम इंडिया ने दम, ये नहीं इंग्लैंड यहां के मैच विनर हैं हम 
टीम इंडिया के उज्जवल सितारे आजिंक्य रहाणे (91) की शानदार बल्लेबाजी के बाद कप्तान धोनी (35) और रविंद्र जडेजा (26) की अंतिम ओवरों में की गई 65 रनों की शानदार साझेदारी की बदौलत भारत ने तीसरे वनडे मैच में इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया और इंग्लैंड में मिली करारी हार का बदला भी चुकता किया। 

केवल नौ रन से शतक से चूकने वाले रहाणे ने पार्थिव पटेल (38) के साथ 79 रनों के बाद गौतम गंभीर (58) के साथ 111 रनों की शतकीय साझेदारी की। इसके बाद धोनी ने निर्णायक मोड़ पर जडेजा के साथ 65 रनों की नाबाद साझेदारी कर चार गेंद शेष रहते 49.2 ओवर में टीम इंडिया के लिए पांच विकेट खोकर 300 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। धोनी ने 50वें ओवर में टिम ब्रेसनन की लगातार दो गेंदों पर चौका लगाकर सीरीज पर मुहर लगा दी। इससे पूर्व लगातार जोनाथन ट्रॉट (नाबाद 98, 116 गेंद, 8 चौका) के अलावा समित पटेल (नाबाद 70, 43 गेंद, 7 चौका व 2 छक्का) और केविन पीटरसन (64 रन, 61 गेंद) ने भी अर्धशतक ठोका जिससे इंग्लैंड 50 ओवर में चार विकेट पर 298 रन बनाने में सफल रहा। ट्रॉट ने पीटरसन के साथ 101 रनों और पटेल के साथ 103 रनों की अविजित साझेदारी भी निभाई। भारत की तरफ से प्रवीण, विनय, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया। पांच मैचों की सीरीज में भारत की मेहमान टीम पर 3-0 की अजेय बढ़त हो गई है।

चुनौतीपूर्ण लक्ष्य के जवाब में भारत को सलामी बल्लेबाजों पटेल और रहाणे ने सधी हुई शुरुआत दी। दोनों ने लगभग पांच रन प्रति ओवर के हिसाब से रन बनाते हुए पहले विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी की। पटेल ने 46 गेंदों में तीन चौके की मदद से 38 रन बनाए। पटेल ब्रेसनन की गेंद पर पगबाधा हो गए। इसके बाद गंभीर ने चौके से अपनी पारी की शुरुआत की। इस बीच रहाणे ने 59 गेंदों में करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया। गंभीर ने भी सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए 31वें ओवर में ग्रीम स्वान की चौथी गेंद पर छक्का जमाकर सीरीज में अपना लगातार दूसरा पचासा पूरा किया। दोनों ने आराम से खेलते हुए दूसरे विकेट के लिए 111 रनों की साझेदारी की। 

इस बीच स्टीवन फिन ने एक धीमी गेंद पर गंभीर को कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। गंभीर ने 60 गेंदों में तीन चौके व एक छक्के की मदद से 58 रन बनाए। दूसरे छोर पर शतक की ओर बढ़ रहे रहाणे भी अपना संयम खो बैठे और फिन की गेंद पर एलिस्टर कुक को कैच थमा बैठे। वह अपने पहले शतक से महज नौ से चूक गए। इन दो सफलताओं से इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। भारत ने बैटिंग पावरप्ले में रहाणे के अलावा सुरेश रैना का विकेट खो दिया। रैना खाता भी नहीं खोल सके। 

दूसरे छोर पर पिछले मैच में शतक जमाने वाले विराट कोहली (35) ने 30 गेंदों में पांच चौके के साथ स्कोरबोर्ड चलायमान रखा। कोहली को स्वान ने पगबाधा आउट किया। इसके बाद कप्तान धोनी (35 रन, 31 गेंद, 3 चौका) और रविंद्र जडेजा (26 रन, 24 गेंद, 2 चौका) ने शेष लक्ष्य का पीछा करते हुए छठवें विकेट के लिए 7.4 ओवर में 65 रनों की अविजित साझेदारी कर रोमांचक मैच में शानदार जीत दिला दी। पिछले महीने भारत को इंग्लैंड में टेस्ट के अलावा वनडे और ट्वंटी-20 क्रिकेट में करारी हार मिली थी।

इससे पूर्व टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही जब कप्तान एलिस्टेयर कुक (3) चौथे ओवर में ही तेज गेंदबाज आर विनय कुमार की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। वह दिल्ली में दूसरे वनडे मैच में खाता भी नहीं खोल पाए थे। दूसरे ओपनर क्रेग कीस्वेटर (36) और ट्रॉट ने इसके बाद पारी को संभाला। कीस्वेटर ने प्रवीण कुमार और विनय पर चौके जड़े के बाद इन दोनों की गेंदों को छह-छह रन के लिए भी भेजा। कामचलाऊ गेंदबाज विराट कोहली ने कीस्वेटर को बोल्ड करके इंग्लैंड को दूसरा झटका दिया। कोहली की फुल लेंथ गेंद कीस्वेटर के बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गई। इस समय टीम का स्कोर दो विकेट पर 53 रन था। ट्रॉट और पीटरसन ने इसके बाद इंग्लैंड को मजबूत स्कोर की ओर बढ़ाया। पीटरसन ने कोहली पर चौका जड़कर अपने तेवर दिखाए जबकि ट्रॉट ने भी इस गेंदबाज के ओवर में दो चौके मारे। भारत ने 16वें ओवर में गेंदबाजी पावरप्ले लिया और इंग्लैंड ने इन पांच ओवर में बिना विकेट खोए 35 रन जोड़ लिए। पीटरसन ने इस दौरान प्रवीण पर चार चौके मारे और इंग्लैंड का स्कोर 19वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया।

पीटरसन ने रविंद्र जडेजा की गेंद को डीप बैकवर्ड प्वाइंट के बीच से चार रन के लिए भेजकर 48 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। दो मार्च को बेंगलूर में आयरलैंड के खिलाफ 59 रन की पारी के बाद यह उनका पहला अर्धशतक है। जडेजा ने हालांकि अपने अगले ओवर में पीटरसन को पगबाधा आउट कर दिया। उन्होंने 61 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे। रवि बोपारा (24)भी इसी ओवर में भाग्यशाली रहे जब गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में खड़े पार्थिव पटेल के करीब से चार रन के लिए चली गई। भारत ने इसके बाद कसी हुई गेंदबाजी की। इंग्लैंड ने 36वें ओवर में बल्लेबाजी पावर प्ले लिया। बोपारा और ट्रॉट ने विनय पर चौके जड़े लेकिन प्रवीण ने बोपारा को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ दिया। ट्रॉट ने इसके बाद समित के साथ मेहमान टीम का स्कोर 300 रन के करीब पहुंचाया। समित ने विनय पर लगातार दो चौके जड़ने के अलावा उमेश यादव पर भी दो चौके मारे। उन्होंने विनय की गेंद को लांग लेग क्षेत्र में छह रन के लिए भेजा और फिर इसी गेंदबाज की गेंद पर दो रन के साथ सिर्फ 36 गेंद में करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने यादव के इसी ओवर की अंतिम दो गेंद पर चौके भी जड़े जबकि विनय की पारी की अंतिम गेंद को छह रन के लिए भेजा। इंग्लैंड ने अंतिम 10 ओवर में 91 रन जोड़े जबकि इस दौरान एक भी विकेट नहीं गंवाया।

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